Petrol Diesel Price Today:अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में आज (21 नवंबर) महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिला है। ब्रेंट क्रूड का मूल्य 73.12 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है, जबकि डब्ल्यूटीआई क्रूड 68.87 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। हालांकि, यह वृद्धि भारतीय बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को प्रभावित नहीं कर रही है।
घरेलू बाजार की स्थिति
भारत की प्रमुख तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। सरकारी तेल कंपनियां प्रतिदिन सुबह 6 बजे कीमतों की समीक्षा करती हैं और उसके अनुसार मूल्य निर्धारित करती हैं। इस प्रक्रिया में अंतरराष्ट्रीय बाजार के साथ-साथ अन्य कारकों को भी ध्यान में रखा जाता है।
महानगरों में पेट्रोल के दाम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का मूल्य 94.77 रुपए प्रति लीटर है। मुंबई में यह दाम 104.97 रुपए प्रति लीटर है। चेन्नई में उपभोक्ताओं को 100.80 रुपए प्रति लीटर चुकाने पड़ रहे हैं, जबकि कोलकाता में पेट्रोल 104.95 रुपए प्रति लीटर पर बिक रहा है।
अन्य प्रमुख शहरों की स्थिति
विभिन्न शहरों में पेट्रोल की कीमतें अलग-अलग हैं। विशाखापट्टनम में 108.35 रुपए, इटानगर में 103.33 रुपए, और डिब्रूगढ़ में 107.41 रुपए प्रति लीटर है। गया में 106.38 रुपए, चंडीगढ़ में 94.30 रुपए, और दुर्ग में 100.68 रुपए प्रति लीटर की दर से पेट्रोल बिक रहा है।
मूल्य निर्धारण प्रक्रिया
भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल और हिंदुस्तान पेट्रोलियम जैसी सरकारी कंपनियां प्रतिदिन सुबह 6 बजे कीमतों में बदलाव करती हैं। यह निर्णय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों, विनिमय दर और अन्य कारकों पर आधारित होता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का भारतीय बाजार पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ा है। सरकारी तेल कंपनियों ने कीमतों को स्थिर रखा है, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिली है।
भविष्य की संभावनाएं
हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है, लेकिन भारतीय तेल कंपनियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। आने वाले समय में कीमतों में किसी बड़े बदलाव की संभावना कम है।
वर्तमान समय में भारतीय तेल बाजार स्थिर स्थिति में है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में होने वाले परिवर्तनों का प्रभाव अभी घरेलू कीमतों पर नहीं पड़ रहा है। सरकारी तेल कंपनियां उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए कीमतों को नियंत्रित कर रही हैं। यह स्थिति आम जनता के लिए राहत की बात है।