ATM Card Update: डिजिटल युग में बैंकिंग सेवाओं का महत्व निरंतर बढ़ रहा है। भारतीय रिज़र्व बैंक ने ग्राहकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एटीएम कार्ड से संबंधित कुछ नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य वित्तीय धोखाधड़ी को रोकना और ग्राहकों के हितों की रक्षा करना है।
मोबाइल नंबर लिंकिंग की अनिवार्यता
आरबीआई ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सभी बैंक खातों को मोबाइल नंबर से लिंक करना अनिवार्य कर दिया है। यह नियम 31 अक्टूबर से प्रभावी है। जिन खाताधारकों ने अपने बैंक खाते को मोबाइल नंबर से नहीं जोड़ा है, उनके एटीएम कार्ड निष्क्रिय किए जा सकते हैं।
केवाईसी और आधार लिंकिंग
भारतीय स्टेट बैंक ने नए केवाईसी दिशानिर्देश जारी किए हैं। केंद्र सरकार के निर्देश पर 22 अप्रैल से बैंक खातों को आधार से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है। इस कारण से नए एटीएम कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में भी बदलाव आया है।
सुरक्षा व्यवस्था और नियमित जांच
आरबीआई ने बैंक खातों की नियमित जांच और एटीएम कार्ड की समय-समय पर समीक्षा का प्रावधान किया है। साइबर अपराधों से बचाव के लिए संदिग्ध गतिविधियों की तत्काल सूचना देने की व्यवस्था की गई है। ग्राहकों को सलाह दी गई है कि वे अपनी बैंकिंग जानकारी किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें।
कार्ड ब्लॉक और अनब्लॉक प्रक्रिया
यदि कोई एटीएम कार्ड ब्लॉक हो जाता है, तो उसे 24 घंटे बाद अनब्लॉक करवाया जा सकता है। गलत पिन दर्ज करने जैसी स्थितियों में कार्ड ब्लॉक हो सकता है। ऐसी स्थिति में ग्राहकों को बैंक शाखा में जाकर कार्ड को अनब्लॉक करवाना होगा।
खोए हुए कार्ड की सूचना
यदि एटीएम कार्ड खो जाता है, तो ग्राहक तुरंत टोल-फ्री नंबर 1800-122-211 पर संपर्क कर सकते हैं। इस नंबर पर कार्ड को अस्थायी या स्थायी रूप से बंद करवाया जा सकता है। त्वरित कार्रवाई से वित्तीय नुकसान से बचा जा सकता है।
डिजिटल सुरक्षा
बैंकिंग का स्वरूप तेजी से डिजिटल हो रहा है, इसलिए आरबीआई नियमित रूप से सुरक्षा नियमों में बदलाव करता रहता है। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे मोबाइल बैंकिंग अलर्ट्स पर नज़र रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत बैंक को दें।
एटीएम कार्ड से जुड़े नए नियम ग्राहकों की वित्तीय सुरक्षा को मजबूत बनाने का प्रयास है। मोबाइल नंबर लिंकिंग और केवाईसी अपडेशन जैसे नियम आवश्यक हैं। ग्राहकों को इन नियमों का पालन करना चाहिए और अपनी वित्तीय सुरक्षा के प्रति सतर्क रहना चाहिए। नियमित अपडेट और सुरक्षा सावधानियों से वित्तीय धोखाधड़ी से बचा जा सकता है।