LPG Price Hike:1 दिसंबर 2024 से देश के प्रमुख महानगरों में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में एक बार फिर वृद्धि हुई है। यह वृद्धि केवल 19 किलोग्राम के व्यावसायिक सिलेंडर तक सीमित है, जबकि घरेलू उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात यह है कि 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
प्रमुख महानगरों में नई कीमतें
राजधानी दिल्ली में इंडेन कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1802 रुपये से बढ़कर 1818.50 रुपये हो गई है। मुंबई में यह कीमत 1754.50 रुपये से बढ़कर 1771 रुपये, कोलकाता में 1911.50 रुपये से 1927 रुपये तथा चेन्नई में 1964.50 रुपये से बढ़कर 1980.50 रुपये हो गई है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि देश के विभिन्न हिस्सों में कीमतों में काफी अंतर है।
घरेलू एलपीजी की स्थिर कीमतें
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है कि 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमतों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। दिल्ली में इसकी कीमत 803 रुपये, कोलकाता में 829 रुपये, मुंबई में 802.50 रुपये और चेन्नई में 818.50 रुपये बनी हुई है। ये कीमतें बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की हैं।
लगातार पांचवें महीने बढ़ोतरी
कमर्शियल एलपीजी की कीमतों में यह लगातार पांचवें महीने की वृद्धि है। जुलाई 2024 में कीमतों में कमी के बाद से अगस्त से लेकर अब तक लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। जुलाई में दिल्ली में सिलेंडर की कीमत 1646 रुपये थी, जो अब 172.50 रुपये की कुल वृद्धि के साथ 1818.50 रुपये हो गई है।
उपयोग के क्षेत्र
14.2 किलोग्राम का घरेलू सिलेंडर मुख्य रूप से घरों में खाना पकाने के लिए प्रयोग किया जाता है। वहीं कमर्शियल सिलेंडर का उपयोग विद्युत उत्पादन, परिवहन, पशुपालन, उद्योगों और रेस्तरां जैसे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में किया जाता है।
आर्थिक प्रभाव
कमर्शियल एलपीजी की बढ़ती कीमतें व्यवसायों की परिचालन लागत को प्रभावित कर रही हैं। इससे विशेष रूप से छोटे व्यवसायों और रेस्तरां क्षेत्र पर दबाव बढ़ रहा है। यह वृद्धि अंततः उपभोक्ताओं पर भी प्रभाव डाल सकती है, क्योंकि व्यवसाय अपनी बढ़ी हुई लागत को उपभोक्ताओं पर स्थानांतरित कर सकते हैं।
भविष्य की संभावनाएं
कमर्शियल एलपीजी की कीमतों में लगातार वृद्धि चिंता का विषय है। यद्यपि घरेलू सिलेंडर की कीमतें स्थिर हैं, फिर भी व्यावसायिक क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए सरकार को कीमतों को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।
कमर्शियल एलपीजी की कीमतों में यह निरंतर वृद्धि व्यावसायिक क्षेत्र के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। हालांकि घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिली है, फिर भी व्यावसायिक क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए सरकार को कीमतों को स्थिर रखने के लिए दीर्घकालिक रणनीति बनाने की आवश्यकता है।