CIBIL Score को लेकर आरबीआई का नया नियम, जानिए ग्राहक या बैंक किसे होगा फायदा: RBI NEW RULE

RBI NEW RULE: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है जो देश के करोड़ों लोन लेने वालों को प्रभावित करेगा। 1 जनवरी 2025 से सिबिल स्कोर हर 15 दिन में अपडेट होगा, जो वर्तमान में 30-45 दिनों में होता है। आइए जानें इस नए नियम के बारे में विस्तार से और समझें इससे आम आदमी को क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं।

नए नियम की प्रमुख बातें

  • सिबिल स्कोर हर पखवाड़े में अपडेट होगा
  • यह नियम 1 जनवरी 2025 से लागू होगा
  • बैंकों को ग्राहकों की वित्तीय स्थिति का बेहतर आकलन करने में मदद मिलेगी
  • हर महीने की 15 तारीख और महीने के अंत में डेटा अपडेट होगा

सिबिल स्कोर क्या है?

सिबिल स्कोर एक तीन अंकों की संख्या है, जो 300 से 900 के बीच होती है। यह आपकी लोन लेने की क्षमता को दर्शाती है। यह स्कोर निम्नलिखित आधार पर तय होता है:

  • पिछले लोन का भुगतान रिकॉर्ड
  • क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान
  • मौजूदा लोन की स्थिति
  • नए लोन के लिए आवेदन

नए नियम से किसे होगा फायदा?

ईमानदार कर्जदारों को लाभ

  • समय पर EMI चुकाने वालों का स्कोर जल्दी सुधरेगा
  • नए लोन जल्दी मिल सकेंगे
  • बेहतर ब्याज दरें मिल सकती हैं
  • प्री-अप्रूव्ड लोन की संभावना बढ़ेगी

बैंकों को लाभ

  • ग्राहकों की वित्तीय स्थिति का बेहतर आकलन
  • NPA में कमी आने की संभावना
  • सटीक ब्याज दर तय करने में मदद
  • बेहतर जोखिम प्रबंधन

अच्छे सिबिल स्कोर के फायदे

  1. आसान लोन स्वीकृति
  2. कम ब्याज दर
  3. तत्काल लोन की सुविधा
  4. बेहतर बीमा प्रीमियम दरें
  5. क्रेडिट कार्ड की उच्च लिमिट

खराब सिबिल स्कोर के नुकसान

1. लोन में परेशानी

  • लोन मिलने में कठिनाई
  • उच्च ब्याज दर
  • अधिक दस्तावेजों की मांग
  • लंबी प्रक्रिया

2. अतिरिक्त लागत

  • ज्यादा ब्याज दर
  • अधिक बीमा प्रीमियम
  • अतिरिक्त सुरक्षा जमा की मांग

3. अन्य समस्याएं

  • प्रॉपर्टी लीज में दिक्कत
  • बिजनेस लोन में परेशानी
  • क्रेडिट कार्ड मिलने में कठिनाई

सिबिल स्कोर कैसे खराब होता है?

  1. EMI का लेट पेमेंट
  2. क्रेडिट कार्ड बिल का देर से भुगतान
  3. लोन डिफ़ॉल्ट
  4. अधिक क्रेडिट यूटिलाइजेशन
  5. जॉइंट लोन में सह-कर्जदार का डिफ़ॉल्ट

सिबिल स्कोर सुधारने के उपाय

  1. समय पर EMI का भुगतान
  2. क्रेडिट कार्ड बिल का पूर्ण भुगतान
  3. क्रेडिट लिमिट का 30% से कम उपयोग
  4. अनावश्यक लोन से बचें
  5. नियमित स्कोर की जांच

आरबीआई का यह नया नियम वित्तीय क्षेत्र में पारदर्शिता लाएगा और ईमानदार कर्जदारों को लाभान्वित करेगा। यह समय की मांग है कि हर व्यक्ति अपने सिबिल स्कोर को लेकर जागरूक रहे और इसे बेहतर बनाने के लिए नियमित प्रयास करे। एक अच्छा सिबिल स्कोर न केवल आपकी वित्तीय स्वतंत्रता का प्रतीक है, बल्कि भविष्य में बेहतर वित्तीय अवसरों का द्वार भी खोलता है।

नोट: यह जानकारी आरबीआई के नवीनतम दिशा-निर्देशों पर आधारित है।

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